Dollar vs Rupee Price Today सोमवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ खुला है तो वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के साथ खुला है। इसके अलावा देश के विदेशी भंडार में भी गिरावट आई है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे गिरकर खुला है। वहीं पिछले हफ्ते शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.62 पर बंद हुआ था। कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है।
HIGHLIGHTS
आज डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे कि गिरावट के साथ खुला है।
आद शेयर बाजार के दोनों सूचकांक हरे निशान पर खुला है।
नई दिल्ली, एजेंसी सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे गिरकर 82.77 पर आ गया। इसकी वजह कच्चे तेल की कीमतों बढ़त को माना जा रहा है। आज शेयर बाजार के दोनों सूचकांक हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं।
रुपया का कारोबार
आज इंटरबैंक विदेशी मुद्रा पर रुपया 82.71 पर खुली, फिर 82.77 पर पहुंच गई, जो पिछले बंद के मुकाबले 15 पैसे की गिरावट दर्ज करती है। वहीं, पिछले हफ्ते शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.62 पर बंद हुआ था।
डॉलर इंडेक्स जो 6 करेंसी की मजबूती को दर्शाता है उसके अनुसार डॉलर 0.06 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 104.17 पर आ गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फॉरेक्स और बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा
"इस सप्ताह, अमेरिका से सेवाओं के पीएमआई और फैक्ट्री ऑर्डर संख्या पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा। उम्मीद से बेहतर डेटा डॉलर को और ऊपर उठा सकता है। इसके अलावा हमें उम्मीद है कि USDINR (स्पॉट) नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ व्यापार करेगा और 82.30 और 82.80 की सीमा में बोली लगाएगा।"
अगर कच्चे तेल की कीमत की बात करें तो वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.01 प्रतिशत बढ़कर 88.56 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया।
शेयर बाजार का हाल
आज 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 137.71 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 65,524.87 पर कारोबार कर रहा था। व्यापक एनएसई निफ्टी 56.30 अंक या 0.29 प्रतिशत बढ़कर 19,491.60 पर पहुंच गया।
एक्सचेंज डेटा के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को 487.94 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
25 अगस्त को खत्म होने वाले हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 594.858 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दी गई है। पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 7.273 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 594.888 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।