05-14-2023, 10:58 AM
नई दिल्ली. आजकल ज्यादातर लोग पैसों की जरूरत पड़ने पर जल्दबाजी में लोन ले लेते हैं. मौजूदा समय में कई ऐसे एंड्रॉयड ऐप भी उपलब्ध है जिनकी मदद से आप तुरंत लोन ले सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोन को भी गुड और बैड 2 कैटेगरी में बांटा गया है. लोन लेने के प्रोसेस के आसान हो जाने के कारण लोग इनसे होने वाले नुकसान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और बैड लोन के जाल में फंसते चले जाते हैं.
बता दें कि वह लोन जिससे आपके नेटवर्थ में इजाफा हो उसे गुड लोन कहते हैं और वह लोन जिसमें आपको लोन की राशि के साथ उस पर लगने वाले ब्याज के अलावा भी पैसे चुकाने पड़े, उसे बैड लोन कहा जाता है. अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है या आप लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको गुड और बैड लोन के बारे में जरूर जानना चाहिए.
क्या होता है गुड लोन?
गुड लोन वह होता है जिससे आपकी नेटवर्थ में इजाफा होता है. वह समय के साथ और एसेट जेनेरेट करने में आपकी मदद करता है जिससे करियर, संपत्ति में आदि में पॉजिटिव ग्रोथ होती है. साथ ही जिस लोन में रिटर्न की दर, उस पर लगने वाले ब्याज से ज्यादा हो, वह गुड लोन कहलाता है. इस कैटेगरी में आप एजुकेशन लोन, बिजनेस लोन, होम लोन आदि को रख सकते हैं.
क्या होता है बैड लोन?
बैड लोन वह होता है जिसमें आपको लोन की राशि के साथ उस पर लगने वाले ब्याज के अलावा भी पैसे चुकाने पड़ते हैं. इस तरह के लोन में लेंडर और लोन लेने वाले व्यक्ति दोनों को नुकसान उठाना पड़ता है. इन लोन का भुगतान समय पर नहीं कर पाने की स्थिति में आगे लोन मिलना मुश्किल हो जाता है. वहीं बैड लोन की ब्याज दरें भी काफी ज्यादा होती हैं. इस कैटेगरी में आप ऑटो लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन, कन्ज्यूमेबल लोन आदि को रख सकते हैं.
लोन से बचने का तरीका
लोन से बचने का तरीका
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीसदी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीस लोन से बचने का तरीका
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीसदी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.दी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.
बता दें कि वह लोन जिससे आपके नेटवर्थ में इजाफा हो उसे गुड लोन कहते हैं और वह लोन जिसमें आपको लोन की राशि के साथ उस पर लगने वाले ब्याज के अलावा भी पैसे चुकाने पड़े, उसे बैड लोन कहा जाता है. अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है या आप लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको गुड और बैड लोन के बारे में जरूर जानना चाहिए.
क्या होता है गुड लोन?
गुड लोन वह होता है जिससे आपकी नेटवर्थ में इजाफा होता है. वह समय के साथ और एसेट जेनेरेट करने में आपकी मदद करता है जिससे करियर, संपत्ति में आदि में पॉजिटिव ग्रोथ होती है. साथ ही जिस लोन में रिटर्न की दर, उस पर लगने वाले ब्याज से ज्यादा हो, वह गुड लोन कहलाता है. इस कैटेगरी में आप एजुकेशन लोन, बिजनेस लोन, होम लोन आदि को रख सकते हैं.
क्या होता है बैड लोन?
बैड लोन वह होता है जिसमें आपको लोन की राशि के साथ उस पर लगने वाले ब्याज के अलावा भी पैसे चुकाने पड़ते हैं. इस तरह के लोन में लेंडर और लोन लेने वाले व्यक्ति दोनों को नुकसान उठाना पड़ता है. इन लोन का भुगतान समय पर नहीं कर पाने की स्थिति में आगे लोन मिलना मुश्किल हो जाता है. वहीं बैड लोन की ब्याज दरें भी काफी ज्यादा होती हैं. इस कैटेगरी में आप ऑटो लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन, कन्ज्यूमेबल लोन आदि को रख सकते हैं.
लोन से बचने का तरीका
लोन से बचने का तरीका
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीसदी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीस लोन से बचने का तरीका
जब भी आप लोन लेने का सोचें तो उस समय आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. जैसे आपके लिए लोन लेना कितना जरूरी है और उसके बिना आपके पास क्या कुछ ऑप्शन उपलब्ध है. अभी आप चाहे लोन लेकर खुद पर कर्जा चढ़ा लें लेकिन यह उधारी भी एक दिन आपको चुकानी ही है. इसलिए पहले बचत करें और उसके बाद ही खरीदारी करें. इसके अलावा आप लोन लेते समय डेट टू इनकम रेश्यो का ध्यान रखें और उसे 40 फीसदी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.दी से ऊपर न जाने दें. यह 30 फीसदी से नीचे रहे तो ही बेहतर है.