09-12-2023, 07:56 AM
मानसून की वर्षा में कमी का असर खरीफ फसलों की बुआई पर नहीं पड़ा। देश में अभी तक 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है। फिर भी पिछले वर्ष की तुलना में धान का रकबा बढ़ गया। चालू खरीफ मौसम में सोमवार तक 403.41 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई। दलहन के रकबे में 11.26 लाख हेक्टेयर की कमी आ गई है जो केंद्र सरकार की चिंता बढ़ाने वाली है।
जागरण [b]ब्यूरो, नई दिल्ली।[/b] मानसून की वर्षा में कमी का असर खरीफ फसलों की बुआई पर नहीं पड़ा। देश में अभी तक 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है। फिर भी पिछले वर्ष की तुलना में धान का रकबा बढ़ गया। हालांकि, दलहन की बुआई ने निराश किया है। इसके रकबे में 8.58 प्रतिशत की कमी हो गई है।
पिछले वर्ष की तुलना में धान की रोपाई में हुई बढ़ोतरी
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, चालू खरीफ मौसम में सोमवार तक 403.41 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.60 लाख हेक्टेयर अधिक है। पिछले वर्ष इस दौरान 392.81 लाख हेक्टेयर में धान की बुआई हो पाई थी।
श्रीअन्न की बढ़ती मांग को लेकर रकबे में वृद्धि
अरहर, उड़द एवं मूंग समेत अन्य दलहन की फसलों में भी यह ट्रेंड देखा गया है। उड़द के रकबे में सबसे तेज गिरावट है। यह कमी महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं कर्नाटक में कम बुआई के चलते हुई है। श्रीअन्न की बढ़ती मांग और कीमतों में उछाल से इसके रकबे में भी वृद्धि देखी जा रही है।
जागरण [b]ब्यूरो, नई दिल्ली।[/b] मानसून की वर्षा में कमी का असर खरीफ फसलों की बुआई पर नहीं पड़ा। देश में अभी तक 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है। फिर भी पिछले वर्ष की तुलना में धान का रकबा बढ़ गया। हालांकि, दलहन की बुआई ने निराश किया है। इसके रकबे में 8.58 प्रतिशत की कमी हो गई है।
पिछले वर्ष की तुलना में धान की रोपाई में हुई बढ़ोतरी
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, चालू खरीफ मौसम में सोमवार तक 403.41 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10.60 लाख हेक्टेयर अधिक है। पिछले वर्ष इस दौरान 392.81 लाख हेक्टेयर में धान की बुआई हो पाई थी।
दलहन के रकबे में आई कमी
दलहन के रकबे में 11.26 लाख हेक्टेयर की कमी आ गई है, जो केंद्र सरकार की चिंता बढ़ाने वाली है। इस वर्ष अभी तक 119.91 लाख हेक्टेयर में ही दलहन की बुआई हो पाई है, जबकि पिछले वर्ष आंकड़ा 131.17 लाख हेक्टेयर था। कुल्थी को छोड़कर बाकी सभी तरह की दलहन के रकबे में गिरावट आई है।श्रीअन्न की बढ़ती मांग को लेकर रकबे में वृद्धि
अरहर, उड़द एवं मूंग समेत अन्य दलहन की फसलों में भी यह ट्रेंड देखा गया है। उड़द के रकबे में सबसे तेज गिरावट है। यह कमी महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं कर्नाटक में कम बुआई के चलते हुई है। श्रीअन्न की बढ़ती मांग और कीमतों में उछाल से इसके रकबे में भी वृद्धि देखी जा रही है।
ज्वार, बाजरा औरमक्के का रकबा बढ़ा
चालू मौसम में अबतक 182.21 लाख हेक्टेयर में श्रीअन्न की बुआई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग एक लाख हेक्टेयर ज्यादा है। ज्वार, बाजरा एवं मक्के का रकबा बढ़ा है। किंतु रागी के रकबे में मामूली कमी आई है।