05-15-2023, 07:44 AM
FPI Data May 2023 भारतीय शेयर बाजार में दमदार तेजी के बीच एफपीआई जमकर दांव लगा रहे हैं। 12 मई तक के कारोबारी सत्र में विदेशी निवेशक 23 हजार करोड़ से अधिक का निवेश कर चुके हैं। (जागरण फाइल फोटो)
ई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की ओर से खरीदारी का मजबूत ट्रेंड देखा जा रहा है। मई की शुरुआत से अब फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) द्वारा 23,152 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। एफपीआई की ओर से किए गए भारी निवेश की वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज को कम किया जाना है।
डिपॉजिटरीज की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2 मई से लेकर 12 मई तक के कारोबारी सत्रों में एफपीआई ने 23,152 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मई में विदेशी निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी के कारण 2023 का नेट इनफ्लो 8,572 करोड़ रुपये हो गया है।
इससे पहले विदेशी निवेशकों द्वारा अप्रैल में 11,630 करोड़ रुपये, मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। वहीं, जनवरी से लेकर फरवरी में एफपीआई ने 34,000 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजारों से निकाले थे।
क्यों FPI कर रहे भारी निवेश?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि छोटी अवधि में रुपये के मजबूत होने और अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने के कारण एफपीआई भारतीय बाजारों में लगातार खरीदारी कर रहे हैं।
मॉनिगस्टार इंडिया के मैनेजर रिसर्च और एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्ताव ने बताया कि अमेरिका में फेड की ओर से ब्याज दर के कम बढ़ने की आशंका के कारण विदेशी निवेशकों का रुझान भारत की तरफ बढ़ा है।
किन सेक्टरों में एफपीआई कर रहे खरीदारी?
फाइनेंस शेयर अभी भी एफपीआई के फेवरेट बने हुए हैं। इसके साथ ही कैपटल गुड्स और ऑटो में भी खरीदारी का ट्रेंड देखा जा रहा है। मई के पहले हाफ में एफपीआई ने डेट मार्केट में भी 68 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
ई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की ओर से खरीदारी का मजबूत ट्रेंड देखा जा रहा है। मई की शुरुआत से अब फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) द्वारा 23,152 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। एफपीआई की ओर से किए गए भारी निवेश की वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज को कम किया जाना है।
डिपॉजिटरीज की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2 मई से लेकर 12 मई तक के कारोबारी सत्रों में एफपीआई ने 23,152 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मई में विदेशी निवेशकों द्वारा की गई खरीदारी के कारण 2023 का नेट इनफ्लो 8,572 करोड़ रुपये हो गया है।
इससे पहले विदेशी निवेशकों द्वारा अप्रैल में 11,630 करोड़ रुपये, मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। वहीं, जनवरी से लेकर फरवरी में एफपीआई ने 34,000 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजारों से निकाले थे।
क्यों FPI कर रहे भारी निवेश?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि छोटी अवधि में रुपये के मजबूत होने और अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने के कारण एफपीआई भारतीय बाजारों में लगातार खरीदारी कर रहे हैं।
मॉनिगस्टार इंडिया के मैनेजर रिसर्च और एसोसिएट डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्ताव ने बताया कि अमेरिका में फेड की ओर से ब्याज दर के कम बढ़ने की आशंका के कारण विदेशी निवेशकों का रुझान भारत की तरफ बढ़ा है।
किन सेक्टरों में एफपीआई कर रहे खरीदारी?
फाइनेंस शेयर अभी भी एफपीआई के फेवरेट बने हुए हैं। इसके साथ ही कैपटल गुड्स और ऑटो में भी खरीदारी का ट्रेंड देखा जा रहा है। मई के पहले हाफ में एफपीआई ने डेट मार्केट में भी 68 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।