09-09-2023, 08:37 AM
प्लास्टिक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड का जमाना जल्द ही पुराना होने जा रहा है। भारतीय इनोवेशन की बदौलत अब भुगतान के लिए या एटीएम से पैसे निकालने के लिए प्लास्टिक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी। इस काम में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की इनोवेशन इकाई और एनपीसीआइ जैसी सरकारी एजेंसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
राजीव कुमार, नई दिल्ली। प्लास्टिक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड का जमाना जल्द ही पुराना होने जा रहा है। भारतीय इनोवेशन की बदौलत अब भुगतान के लिए या एटीएम से पैसे निकालने के लिए प्लास्टिक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी।
इस काम में भारतीय रिजर्व बैंक की इनोवेशन इकाई और एनपीसीआइ जैसी सरकारी एजेंसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इनमें से कई उत्पाद को भारत मंडपम में आरबीआइ इनोवेशन हब की प्रदर्शनी में दर्शाया गया है।
भारत मंडपम में ही जी-20 देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक नौ और 10 सितंबर को होगी, जहां ये नेता भी इस इनोवेशन हब सेंटर का दौरा करेंगे। प्रदर्शनी में भुगतान के लिए टैप एंड पे सुविधा दिखाई गई, जिसे आरबीआइ ने हाल ही में लांच किया है।
इसके तहत 500 रुपये तक के यूपीआइ भुगतान के लिए मोबाइल फोन से किसी क्यूआर कोड को भी स्कैन नहीं करना होगा और न ही पिन डालने की जरूरत होगी। फोन को क्यूआर कोड मशीन या पीओएस में टैप करके ही 500 रुपये तक का भुगतान कर सकेंगे।
की रिंग से कर सकेंगे बिल का भुगतान
वैसे ही अगर आपके पास रुपे भुगतान सुविधा है तो आपको कोई प्लास्टिक कार्ड रखने की जरूरत नहीं होगी। अपनी की रिंग या फिर घड़ी को प्वाइंट ऑफ सेल में टच करके आप बिल का भुगतान कर सकेंगे। बैंक इस प्रकार के चाभी के छल्ले ग्राहकों को मुहैया करा रहा है।
स्मार्टवाच बनाने वाली कंपनियां भी इस सुविधा से लैस वाच बाजार में लाने जा रही हैं, लेकिन यह सुविधा सिर्फ रुपे कार्ड के लिए है।
अभी अधिकतर लोग कार्ड के जरिए ATM से निकालते हैं पैसे
दो दिन पहले मुंबई में आरबीआइ की फिनटेक प्रदर्शनी में यूपीआइ की मदद से एटीएम से नकद निकालने की सुविधा का भी प्रदर्शन किया गया। अभी अधिकतर लोग एटीएम से पैसे निकालने के लिए कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
इसे भी पढ़ें: लगातार कम हो रहे विदेशी मुद्रा भंडार पर लगा ब्रेक, 1 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 4.03 बिलियन डॉलर बढ़ा रिजर्व
बहुत कम लोग कार्डलेस तरीके से पैसे निकालते हैं, क्योंकि यह बहुत आसान नहीं है, लेकिन अब अगर आपके फोन में यूपीआइ सुविधा है तो एटीएम के स्क्रीन पर यूपीआइ भुगतान पर टच कर अपनी राशि का चयन करेंगे।उसके बाद एटीएम मशीन पर क्यूआर कोड आ जाएगा, जिसे मोबाइल फोन से स्कैन कर अपना पिन डाल देंगे। फिर एटीएम उतनी राशि दे देगा।
बैंकों के साथ टाइअप कर इस सुविधा प्रसार किया जाएगा। प्रदर्शनी में मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, रुपे कार्ड की सबसे बड़ी सुविधा है कि इसे डिजिटल रूप में भी रखा जा सकता है, जबकि वीजा या मास्टरकार्ड की तरफ से जारी डेबिट या क्रेडिट कार्ड को डिजिटल रूप में अभी नहीं रख सकते हैं।
राजीव कुमार, नई दिल्ली। प्लास्टिक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड का जमाना जल्द ही पुराना होने जा रहा है। भारतीय इनोवेशन की बदौलत अब भुगतान के लिए या एटीएम से पैसे निकालने के लिए प्लास्टिक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी।
इस काम में भारतीय रिजर्व बैंक की इनोवेशन इकाई और एनपीसीआइ जैसी सरकारी एजेंसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इनमें से कई उत्पाद को भारत मंडपम में आरबीआइ इनोवेशन हब की प्रदर्शनी में दर्शाया गया है।
भारत मंडपम में ही जी-20 देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक नौ और 10 सितंबर को होगी, जहां ये नेता भी इस इनोवेशन हब सेंटर का दौरा करेंगे। प्रदर्शनी में भुगतान के लिए टैप एंड पे सुविधा दिखाई गई, जिसे आरबीआइ ने हाल ही में लांच किया है।
इसके तहत 500 रुपये तक के यूपीआइ भुगतान के लिए मोबाइल फोन से किसी क्यूआर कोड को भी स्कैन नहीं करना होगा और न ही पिन डालने की जरूरत होगी। फोन को क्यूआर कोड मशीन या पीओएस में टैप करके ही 500 रुपये तक का भुगतान कर सकेंगे।
की रिंग से कर सकेंगे बिल का भुगतान
वैसे ही अगर आपके पास रुपे भुगतान सुविधा है तो आपको कोई प्लास्टिक कार्ड रखने की जरूरत नहीं होगी। अपनी की रिंग या फिर घड़ी को प्वाइंट ऑफ सेल में टच करके आप बिल का भुगतान कर सकेंगे। बैंक इस प्रकार के चाभी के छल्ले ग्राहकों को मुहैया करा रहा है।
स्मार्टवाच बनाने वाली कंपनियां भी इस सुविधा से लैस वाच बाजार में लाने जा रही हैं, लेकिन यह सुविधा सिर्फ रुपे कार्ड के लिए है।
अभी अधिकतर लोग कार्ड के जरिए ATM से निकालते हैं पैसे
दो दिन पहले मुंबई में आरबीआइ की फिनटेक प्रदर्शनी में यूपीआइ की मदद से एटीएम से नकद निकालने की सुविधा का भी प्रदर्शन किया गया। अभी अधिकतर लोग एटीएम से पैसे निकालने के लिए कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
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बहुत कम लोग कार्डलेस तरीके से पैसे निकालते हैं, क्योंकि यह बहुत आसान नहीं है, लेकिन अब अगर आपके फोन में यूपीआइ सुविधा है तो एटीएम के स्क्रीन पर यूपीआइ भुगतान पर टच कर अपनी राशि का चयन करेंगे।उसके बाद एटीएम मशीन पर क्यूआर कोड आ जाएगा, जिसे मोबाइल फोन से स्कैन कर अपना पिन डाल देंगे। फिर एटीएम उतनी राशि दे देगा।
बैंकों के साथ टाइअप कर इस सुविधा प्रसार किया जाएगा। प्रदर्शनी में मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, रुपे कार्ड की सबसे बड़ी सुविधा है कि इसे डिजिटल रूप में भी रखा जा सकता है, जबकि वीजा या मास्टरकार्ड की तरफ से जारी डेबिट या क्रेडिट कार्ड को डिजिटल रूप में अभी नहीं रख सकते हैं।