09-12-2023, 10:11 AM
चीन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रेटिंग एजेंसी फिच ने उसके जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटा दिया है। इसमें 80 बीपीएस की भारी कटौती की गई है। चीन को पिछले कुछ दिनों से आर्थिक मोर्चे पर एक के बाद एक कई झटके लग रहे हैं।
नई दिल्ली: संकटों से जूझ रही चीन की इकॉनमी (China Economy) के लिए एक और बुरी खबर आई है। रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch) ने फाइनेंशियल ईयल 2023 के लिए चीन की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया है। पहले इसके 5.6 परसेंट रहने का अनुमान था लेकिन इसमें 80 बीपीएस की कमी की गई है। यानी चालू फाइनेंशियल ईयर में चीन की इकॉनमी के 4.8 परसेंट की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान है। हालांकि एजेंसी ने चीन की लॉन्ग टर्म फॉरेन करेंसी इश्यूर डिफॉल्ट रेटिंग्स ए+ को बरकरार रखा है। चीन में अगस्त में लगातार पांचवें महीने फैक्ट्री एक्टिविटीज में गिरावट आई है। चीन की सरकार पर सुस्त होती इकॉनमी में जान फूंकने का दबाव बढ़ रहा है। इसके लिए पॉलिसी सपोर्ट बढ़ाने की मांग की जा रही है।
जून में एसएंडपी ग्लोबल ने भी चीन के इकॉनमिक ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया था। एजेंसी के मुताबिक चीन की जीडीपी ग्रोथ 2023 में 5.2 परसेंट रह सकती है। इसके बाद गोल्डमैन सैश और दूसरे बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकों ने भी चीन की रेटिंग में कटौती की थी। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी है। हाल के महीनों में इकॉनमी के मोर्चे पर चीन को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। रियल एस्टेट गहरे संकट में है, इंडस्ट्रियल आउटपुट और रिटेल सेल्स ग्रोथ अनुमानों से कम है और युवाओं की बेरोजगारी 20.8 परसेंट के रेकॉर्ड पर पहुंच गई है। इस साल चीन की जीडीपी ग्रोथ 4.4 परसेंट से 6.2 परसेंट रहने का अनुमान है। चीन की सरकार ने पांच परसेंट ग्रोथ का अनुमान जताया है।
आज आएंगे भारत के आंकड़े
इस बीच भारत की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आज जारी होंगे। ब्लूमबर्ग के अर्थशास्त्रियों के बीच कराए गए एक सर्वे के मुताबिक जीडीपी ग्रोथ 7.8 परसेंट पहुंच सकती है। आरबीआई की मॉनीटरी पॉलिसी ने पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ आठ परसेंट रहने का अनुमान जताया है। पहली तिमाही में एफडीआई में 34 परसेंट की गिरावट आई है और यह 10.94 अरब डॉलर रहा। पिछले साल की समान अवधि में यह 16.59 अरब डॉलर रही थी।
नई दिल्ली: संकटों से जूझ रही चीन की इकॉनमी (China Economy) के लिए एक और बुरी खबर आई है। रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch) ने फाइनेंशियल ईयल 2023 के लिए चीन की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया है। पहले इसके 5.6 परसेंट रहने का अनुमान था लेकिन इसमें 80 बीपीएस की कमी की गई है। यानी चालू फाइनेंशियल ईयर में चीन की इकॉनमी के 4.8 परसेंट की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान है। हालांकि एजेंसी ने चीन की लॉन्ग टर्म फॉरेन करेंसी इश्यूर डिफॉल्ट रेटिंग्स ए+ को बरकरार रखा है। चीन में अगस्त में लगातार पांचवें महीने फैक्ट्री एक्टिविटीज में गिरावट आई है। चीन की सरकार पर सुस्त होती इकॉनमी में जान फूंकने का दबाव बढ़ रहा है। इसके लिए पॉलिसी सपोर्ट बढ़ाने की मांग की जा रही है।
जून में एसएंडपी ग्लोबल ने भी चीन के इकॉनमिक ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया था। एजेंसी के मुताबिक चीन की जीडीपी ग्रोथ 2023 में 5.2 परसेंट रह सकती है। इसके बाद गोल्डमैन सैश और दूसरे बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकों ने भी चीन की रेटिंग में कटौती की थी। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी है। हाल के महीनों में इकॉनमी के मोर्चे पर चीन को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। रियल एस्टेट गहरे संकट में है, इंडस्ट्रियल आउटपुट और रिटेल सेल्स ग्रोथ अनुमानों से कम है और युवाओं की बेरोजगारी 20.8 परसेंट के रेकॉर्ड पर पहुंच गई है। इस साल चीन की जीडीपी ग्रोथ 4.4 परसेंट से 6.2 परसेंट रहने का अनुमान है। चीन की सरकार ने पांच परसेंट ग्रोथ का अनुमान जताया है।
आज आएंगे भारत के आंकड़े
इस बीच भारत की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आज जारी होंगे। ब्लूमबर्ग के अर्थशास्त्रियों के बीच कराए गए एक सर्वे के मुताबिक जीडीपी ग्रोथ 7.8 परसेंट पहुंच सकती है। आरबीआई की मॉनीटरी पॉलिसी ने पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ आठ परसेंट रहने का अनुमान जताया है। पहली तिमाही में एफडीआई में 34 परसेंट की गिरावट आई है और यह 10.94 अरब डॉलर रहा। पिछले साल की समान अवधि में यह 16.59 अरब डॉलर रही थी।