12-31-2022, 01:34 PM
चीन कोरोना विस्फोट के बाद पूरी दुनिया में इस महामारी का खतरा फिर से बढ़ गया है। इसके चलते भारत में भी कई तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं। भारत के बाद अब यूरोपीय देशों स्पेन-इटली के बाद फ्रांस और ब्रिटेन ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है।
जानलेवा कोरोना वायरस एक बार फिर दुनियाभर में कोहराम मचा रहा है। चीन में कोरोना बेकाबू होने के बाद वहां की स्थिति बहुत खबरा हो चुकी है। अस्पतालों के बाहर लंबी कतारे लगी हुई है, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है। जरूरी दवाइयों की किल्लत लगातार बनी हुई है। लोगों को अपने घर पर ही इलाज करवाने के लिए कहा जाता है। वहीं, श्मशान घाटों पर भी अंतिम संस्कार की जगह नहीं है। चीन में कोविड़-19 के बिगड़ते हालत को लेकर WHO ने फटकार लगाते हुए कोरोना के सही आंकड़े जारी करने के साथ उचित कदम उठाने के लिए कहा है।
चीन से आ रहे यात्रियों पर लगाए कड़े प्रतिबंध
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने विदेशों से आने वाले खास कर चीन से यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है। भारत के अलावा यूरोपीय देशों स्पेन-इटली के बाद फ्रांस और ब्रिटेन ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। फ्रांस की ओर से शुक्रवार को बताया गया है कि चीन से आने वाले यात्रियों को 48 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी कर दिया है। इसके अलावा आने के बाद यात्रियों की रेंडम टेस्टिंग भी की जाएगी।
1 जनवरी से RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
कोरोना की नई लहर की आशंका को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने एक जनवरी से चीन समेत अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस फैसले की जानकारी दी। मंडाविया ने बताया कि चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों को एक जनवरी से निगेटिव कोविड टेस्ट रिपोर्ट देना जरूरी होगा।
WHO ने चीन को लगाई फटकार, मांगी रिपोर्ट
चीन कोरोना महामारी को लेकर हमेशा से ही सही आंकड़े जारी नहीं कर रहा है। जब से महामारी आई है, तब से चीन ने आधिकारिक मौतों का आकंडा 5,247 है। इसकी तुलना संयुक्त राज्य अमेरिका में 10 लाख से अधिक मौतों से की जाती है। वहीं चीनी शासित हांगकांग ने 11 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत होने की खबरें सामने आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन में मरने वालों की संख्या काफी अधिक है और अगले एक साल में 10 लाख से अधिक लोग इससे मर सकते हैं। इस पर WHO ने चीन को फटकार लगाते हुए सही रिपोर्ट जारी करने के लिए कहा है।
जानलेवा कोरोना वायरस एक बार फिर दुनियाभर में कोहराम मचा रहा है। चीन में कोरोना बेकाबू होने के बाद वहां की स्थिति बहुत खबरा हो चुकी है। अस्पतालों के बाहर लंबी कतारे लगी हुई है, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है। जरूरी दवाइयों की किल्लत लगातार बनी हुई है। लोगों को अपने घर पर ही इलाज करवाने के लिए कहा जाता है। वहीं, श्मशान घाटों पर भी अंतिम संस्कार की जगह नहीं है। चीन में कोविड़-19 के बिगड़ते हालत को लेकर WHO ने फटकार लगाते हुए कोरोना के सही आंकड़े जारी करने के साथ उचित कदम उठाने के लिए कहा है।
चीन से आ रहे यात्रियों पर लगाए कड़े प्रतिबंध
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने विदेशों से आने वाले खास कर चीन से यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है। भारत के अलावा यूरोपीय देशों स्पेन-इटली के बाद फ्रांस और ब्रिटेन ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। फ्रांस की ओर से शुक्रवार को बताया गया है कि चीन से आने वाले यात्रियों को 48 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी कर दिया है। इसके अलावा आने के बाद यात्रियों की रेंडम टेस्टिंग भी की जाएगी।
1 जनवरी से RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
कोरोना की नई लहर की आशंका को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने एक जनवरी से चीन समेत अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस फैसले की जानकारी दी। मंडाविया ने बताया कि चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों को एक जनवरी से निगेटिव कोविड टेस्ट रिपोर्ट देना जरूरी होगा।
WHO ने चीन को लगाई फटकार, मांगी रिपोर्ट
चीन कोरोना महामारी को लेकर हमेशा से ही सही आंकड़े जारी नहीं कर रहा है। जब से महामारी आई है, तब से चीन ने आधिकारिक मौतों का आकंडा 5,247 है। इसकी तुलना संयुक्त राज्य अमेरिका में 10 लाख से अधिक मौतों से की जाती है। वहीं चीनी शासित हांगकांग ने 11 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत होने की खबरें सामने आ रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन में मरने वालों की संख्या काफी अधिक है और अगले एक साल में 10 लाख से अधिक लोग इससे मर सकते हैं। इस पर WHO ने चीन को फटकार लगाते हुए सही रिपोर्ट जारी करने के लिए कहा है।