09-06-2023, 09:31 AM
नेशनल डेस्कः इंडिया की जगह भारत नाम के इस्तेमाल पर संग्राम छिड़ गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से G20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों को डिनर के लिए आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रपति के निमंत्रण पत्र पर ‘द प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया की जगह द प्रेसीडेंट ऑफ भारत’लिखा गया है। इस कदम से इन अटकलों को बल मिला है कि सरकार देश का नाम केवल ‘भारत' करने और ‘इंडिया' नाम हटाने की योजना बना रही है। यह निमंत्रण शनिवार रात आठ बजे जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में रात्रिभोज में शामिल होने के लिए है। प्रधान ने निमंत्रण पत्र की एक तस्वीर साझा करते हुए हैशटैग ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत' का इस्तेमाल किया और कहा, ‘‘जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता।
अब सरकार को भारत नाम पर दिग्गजों का साथ मिला है। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “भारत माता की जय।”पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने बीसीसीआई सचिव जय शाह को टैग करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “टीम इंडिया नहीं टीम भारत। इस विश्व कप में जब हम कोहली, रोहित, बुमरा, जड्डू के लिए जयकार कर रहे हैं, तो उम्मीद है कि हमारे दिल में भारत हो और खिलाड़ी जर्सी पहनें जिस पर "भारत" लिखा हो।
वहीं, अब सुनील गावस्कर की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने टीम इंडिया का नाम भारतीय टीम किए जाने का समर्थन किया है। गावस्कर ने कहा कि, ‘भारत नाम हमारे देश का मूल है। यह नाम हमारी संस्कृति को परिलक्षित करता है, लेकिन आज तक ना ही बीसीसीआई ओर से और ना ही सरकार की ओर से इस नाम का आधिकारिक ऐलान किया गया। वैसे भी मुझे नहीं लगता है कि भारत का नाम आधिकारिक रूप से ऐलान किए जाने से किसी को कोई आपत्ति होगी।
इंडिया गठबंधन ने उठाए सवाल
उधर, इंडिया गठबंधन ने भारत नाम इस्तेमाल करने पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत' कहकर संबोधित किया गया है और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) से डर एवं नफरत के चलते सरकार देश का नाम बदलने में जुट गई है। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘बांटने वाली' इस राजनीति के सामने नहीं झुकेगा और वह जीत हासिल करेगा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह खबर वास्तव में सच है। राष्ट्रपति भवन ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए नौ सितंबर को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम पर निमंत्रण भेजा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अब, संविधान में अनुच्छेद 1 में लिखा है: ‘‘भारत, अर्थात इंडिया, राज्यों का एक संघ होगा। लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ' पर भी हमले हो रहे हैं।''
अचानक क्या हो गया- ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि इंडिया ही भारत है तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश को केवल भारत ही कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया देश को इंडिया के नाम से जानती है। ममता ने यहां एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सुना है कि भारत का नाम बदला जा रहा है। माननीय राष्ट्रपति के नाम से भेजे गए जी20 के निमंत्रण पत्र पर भारत लिखा हुआ है। हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं...कुछ भी नया नहीं है। दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है। अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गयी?''
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला और कहा कि ‘‘फासीवादी भाजपा शासन को उखाड़ फेंकने के लिए गैर-भाजपा ताकतें एकजुट हुईं" और अपने गठबंधन को उपयुक्त नाम ‘इंडिया' दिया। अब भाजपा चाहती है 'इंडिया' को बदलकर 'भारत' कर दिया जाए।'' उन्होंने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा ने ‘ट्रांसफॉर्म इंडिया' वादा किया था, लेकिन हम 9 साल बाद देख रहे हैं सिर्फ नाम बदला जा रहा है! ऐसा लगता है कि भाजपा ‘इंडिया' शब्द के इस्तेमाल किए जाने से परेशान है क्योंकि वे विपक्ष के भीतर एकता की ताकत को पहचानते हैं। चुनावों के दौरान, 'इंडिया' भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी!”
भाजपा गठबंधन से डरी हुई है- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सवाल किया कि यदि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) अपना नाम ‘भारत' रख ले तो क्या भाजपा देश का नाम भारत से बदल कर कुछ और रख देगी। आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा गठबंधन से भयभीत है और यही कारण है कि वह इस तरह के बदलावों का सहारा ले रही है। उन्होंने इसे ‘देशद्रोह' करार दिया।
बता दें कि 2 सितंबर को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान लोगों से इंडिया की जगह भारत नाम इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने कहा, इस देश का नाम सदियों से भारत है, इंडिया नहीं. इसलिए हमें इसका पुराना नाम ही इस्तेमाल करना चाहिए।
अब सरकार को भारत नाम पर दिग्गजों का साथ मिला है। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “भारत माता की जय।”पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने बीसीसीआई सचिव जय शाह को टैग करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “टीम इंडिया नहीं टीम भारत। इस विश्व कप में जब हम कोहली, रोहित, बुमरा, जड्डू के लिए जयकार कर रहे हैं, तो उम्मीद है कि हमारे दिल में भारत हो और खिलाड़ी जर्सी पहनें जिस पर "भारत" लिखा हो।
वहीं, अब सुनील गावस्कर की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने टीम इंडिया का नाम भारतीय टीम किए जाने का समर्थन किया है। गावस्कर ने कहा कि, ‘भारत नाम हमारे देश का मूल है। यह नाम हमारी संस्कृति को परिलक्षित करता है, लेकिन आज तक ना ही बीसीसीआई ओर से और ना ही सरकार की ओर से इस नाम का आधिकारिक ऐलान किया गया। वैसे भी मुझे नहीं लगता है कि भारत का नाम आधिकारिक रूप से ऐलान किए जाने से किसी को कोई आपत्ति होगी।
इंडिया गठबंधन ने उठाए सवाल
उधर, इंडिया गठबंधन ने भारत नाम इस्तेमाल करने पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि जी-20 रात्रिभोज के निमंत्रण में राष्ट्रपति को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत' कहकर संबोधित किया गया है और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) से डर एवं नफरत के चलते सरकार देश का नाम बदलने में जुट गई है। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘बांटने वाली' इस राजनीति के सामने नहीं झुकेगा और वह जीत हासिल करेगा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स' पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह खबर वास्तव में सच है। राष्ट्रपति भवन ने जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए नौ सितंबर को ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के नाम पर निमंत्रण भेजा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अब, संविधान में अनुच्छेद 1 में लिखा है: ‘‘भारत, अर्थात इंडिया, राज्यों का एक संघ होगा। लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ' पर भी हमले हो रहे हैं।''
अचानक क्या हो गया- ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि इंडिया ही भारत है तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि देश को केवल भारत ही कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया देश को इंडिया के नाम से जानती है। ममता ने यहां एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सुना है कि भारत का नाम बदला जा रहा है। माननीय राष्ट्रपति के नाम से भेजे गए जी20 के निमंत्रण पत्र पर भारत लिखा हुआ है। हम देश को भारत कहते हैं, इसमें नया क्या है? अंग्रेजी में हम इंडिया कहते हैं...कुछ भी नया नहीं है। दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है। अचानक क्या हो गया कि देश के नाम को बदलने की जरूरत पड़ गयी?''
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला और कहा कि ‘‘फासीवादी भाजपा शासन को उखाड़ फेंकने के लिए गैर-भाजपा ताकतें एकजुट हुईं" और अपने गठबंधन को उपयुक्त नाम ‘इंडिया' दिया। अब भाजपा चाहती है 'इंडिया' को बदलकर 'भारत' कर दिया जाए।'' उन्होंने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा ने ‘ट्रांसफॉर्म इंडिया' वादा किया था, लेकिन हम 9 साल बाद देख रहे हैं सिर्फ नाम बदला जा रहा है! ऐसा लगता है कि भाजपा ‘इंडिया' शब्द के इस्तेमाल किए जाने से परेशान है क्योंकि वे विपक्ष के भीतर एकता की ताकत को पहचानते हैं। चुनावों के दौरान, 'इंडिया' भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी!”
भाजपा गठबंधन से डरी हुई है- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सवाल किया कि यदि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) अपना नाम ‘भारत' रख ले तो क्या भाजपा देश का नाम भारत से बदल कर कुछ और रख देगी। आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा गठबंधन से भयभीत है और यही कारण है कि वह इस तरह के बदलावों का सहारा ले रही है। उन्होंने इसे ‘देशद्रोह' करार दिया।
बता दें कि 2 सितंबर को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान लोगों से इंडिया की जगह भारत नाम इस्तेमाल करने की अपील की। उन्होंने कहा, इस देश का नाम सदियों से भारत है, इंडिया नहीं. इसलिए हमें इसका पुराना नाम ही इस्तेमाल करना चाहिए।