05-17-2023, 09:32 AM
s Story: दुनिया में पैसे कमाने के कई तरीके और बिजनेस आइडिया हैं. कुछ लोग तो ऐसे हैं जो कबाड़ बेचकर अपनी किस्मत चमका रहे हैं चाहे वह लोहा हो या इलेक्ट्रॉनिक कचरा. इसी आइडिया के साथ एमबीए ग्रेजुएट एक लड़के ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 200 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी. साकेत सौरव और उसके साथी अवनीत सिंह ने 2017 में अपना स्टार्टअप शुरू किया था. इसके जरिए पुराने हो चुके मोबाइल फोन को बेचने का बिजनेस शुरू किया.
2011 में इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया से एमबीए कंप्लीट करने के बाद साकेत सौरव ने कई बड़ी कंपनियों के साथ काम किया. लेकिन 6 साल बाद 2017 में साकेत ने अपने दोस्त के साथ पुराने मोबाइल फोन को बेचने के लिए रीफिट ग्लोबल (Refit Global) प्लेटफार्म की शुरुआत की. जिसमें उन्होंने अपने डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स के जरिए पुराने फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचना शुरू कर दिया और इस बिजनेस में उन्हें बड़ी कामयाबी मिली.
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पहले पुराने मोबाइल खरीदे, रिपेयरिंग के बाद बेचे
खास बात है कि पुराने फोन को बेचने वाले इस बिजनेस में पहले साल ही साकेत और उसके दोस्त को बड़ी सफलता मिली. जब कंपनी का रेवेन्यू 8 करोड़, फिर 19 करोड़,उसके बाद 24 करोड़ और 44 करोड़ तक पहुंच गया. वित्त वर्ष 2021-22 में उनका रेवेन्यू 100 करोड़ रुपये को पार कर गया. जबकि बीते फाइनेंशियल ईयर में उन्होंने 200 करोड़ का राजस्व हासिल किया.
यॉर स्टोरी के अनुसार, रीफिट ग्लोबल ने फ्लिपकार्ट, अमेज़न, ओप्पो, श्याओमी और वीवो पर एक्सचेंज किए जाने वाले फोन खरीदे. इन मोबाइल फोन में टेक्निकल और लुक से जुड़ी प्रॉब्लम को दूर करके फोन को फिर से तैयार किया. इसके बाद रीफिट ग्लोबल इन मोबाइल फोन को कई डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स के जरिए बेचा.
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रीफिट ग्लोबल हर मोबाइल फोन का 37 प्वाइंट पर क्वालिटी चेक करते और फोन को इस्तेमाल किए जाने तक पूरी तरह फिट घोषित होने के बाद बेच देते. मोबाइल फोन के अलावा वे अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को भी सुधार करके नए सिरे से तैयार करते हैं. उनके 80 फीसदी फोन फ्लिपकार्ट पर बिकते हैं. इसके अलावा अन्य ई-सेलर्स 20 प्रतिशत फोन बेचते.
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पिछले साल उन्होंने 5 लाख पुराने मोबाइल फोन बेचे. साकेत सौरव ने बताया कि उनके फोन नए मोबाइल फोन के मुकाबले 70 फीसदी तक सस्ते हैं. ये फोन पुराने सामान बेचने वाले दुकानदारों को बेचे जाते हैं जो इन्हें ग्राहकों को सेल कर देते हैं. अपने बिजनेस से उन्हें इस वित्त वर्ष में 350 करोड़ रुपये की कमाई की उम्मीद है.
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2011 में इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया से एमबीए कंप्लीट करने के बाद साकेत सौरव ने कई बड़ी कंपनियों के साथ काम किया. लेकिन 6 साल बाद 2017 में साकेत ने अपने दोस्त के साथ पुराने मोबाइल फोन को बेचने के लिए रीफिट ग्लोबल (Refit Global) प्लेटफार्म की शुरुआत की. जिसमें उन्होंने अपने डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स के जरिए पुराने फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचना शुरू कर दिया और इस बिजनेस में उन्हें बड़ी कामयाबी मिली.
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खास बात है कि पुराने फोन को बेचने वाले इस बिजनेस में पहले साल ही साकेत और उसके दोस्त को बड़ी सफलता मिली. जब कंपनी का रेवेन्यू 8 करोड़, फिर 19 करोड़,उसके बाद 24 करोड़ और 44 करोड़ तक पहुंच गया. वित्त वर्ष 2021-22 में उनका रेवेन्यू 100 करोड़ रुपये को पार कर गया. जबकि बीते फाइनेंशियल ईयर में उन्होंने 200 करोड़ का राजस्व हासिल किया.
यॉर स्टोरी के अनुसार, रीफिट ग्लोबल ने फ्लिपकार्ट, अमेज़न, ओप्पो, श्याओमी और वीवो पर एक्सचेंज किए जाने वाले फोन खरीदे. इन मोबाइल फोन में टेक्निकल और लुक से जुड़ी प्रॉब्लम को दूर करके फोन को फिर से तैयार किया. इसके बाद रीफिट ग्लोबल इन मोबाइल फोन को कई डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स के जरिए बेचा.
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पिछले साल उन्होंने 5 लाख पुराने मोबाइल फोन बेचे. साकेत सौरव ने बताया कि उनके फोन नए मोबाइल फोन के मुकाबले 70 फीसदी तक सस्ते हैं. ये फोन पुराने सामान बेचने वाले दुकानदारों को बेचे जाते हैं जो इन्हें ग्राहकों को सेल कर देते हैं. अपने बिजनेस से उन्हें इस वित्त वर्ष में 350 करोड़ रुपये की कमाई की उम्मीद है.
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